जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे इरफान खान ने लिखा भावनात्मक पत्र

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मुम्बई। हिम्मत और साहस से लबरेज न्यूरोएन्‍डोक्राइन कैंसर से जूझ रहे अभिनेता इरफान खान ने अपनी बीमारी के दौरान हुए अनुभवों को एक भावनात्मक पत्र में बयान किया है।

पत्र में इरफान खान ने लिखा, ‘कुछ माह पहले मुझे अचानक पता चलता है कि मुझे न्यूरोएन्डोक्राइन कैंसर हुआ है। यह शब्द मेरे के लिए बिलकुल नया था। इस बारे में खोजबीन करने पर पता चला कि यह एक दुर्लभ बीमारी का नाम है। अब तक मैं एक बेहद अलग तरह के खेल का हिस्‍सा था।

मैं एक तेज दौड़ती रेल में सवार था, जहां मेरे सपने, मेरी योजनाएं और अकांक्षाएं थीं और मैं पूरी तरह व्यस्त था। अचानक किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए मुझे रोका और वह टिकट चैकर था। उसने कहा, ‘नीचे उतरने की तैयारी करो, तुम्हारा स्टेशन आने वाला है। मैं परेशान हो गया। मैंने कहा, ‘नहीं… नहीं… मेरा स्‍टेशन अभी नहीं आया है।’ तो उसने कहा, ‘नहीं, आपका सफर यहीं तक था। कभी कभी सफर ऐसे भी खत्म हो जाता है।’

पत्र में इरफान खान ने स्टेडियम और अस्पताल का जिक्र करते हुए लिखा, ‘जब में दर्द से थका हारा अस्पताल में घुसा तो मुझे पता चला कि अस्पताल के ठीक सामने लॉर्ड्स स्‍टेडियम है। यह मेरे प्रिय स्थलों में से एक है। मैंने दर्द को दबाते हुए और मुस्कराते हुए विवियन रिचर्ड्स का पोस्टर देखा। मैं अपने कमरे की बालकोनी में खड़ा था, जहां से मैंने जो देखा, उसने मुझे भीतर से हिला दिया। जिंदगी और मौत के बीच केवल एक सड़क है। इधर अस्पताल और सड़क के उस पर स्टेडियम।’

इरफान खान आगे लिखते हैं, ‘इस दुनिया में केवल एक ही चीज निश्चित है, और अनिश्चि‍तता। मैं सिर्फ अपनी ताकत को महसूस कर सकता था और अपना खेल अच्‍छी तरह से खेलने की कोशिश कर सकता था।’

बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार इरफान खान ने अंत में लिखा, ‘इस सारे घटनाक्रम ने मुझे अहसास कराया कि मुझे नतीजों की परवाह किए बिना खुद को समर्पित करना चाहिए और विश्‍वास करना चाहिए, यह सोचा बिना कि मैं कहां जा रहा हूं, आज से 8 महीने, या आज से चार महीने, या दो साल। अब चिंताओं को पिछली सीट पर धकेल दिया है और अब चिंताएं धुंधली होने लगी हैं। पहली बार मैंने जीवन को महसूस किया है और स्वतंत्रता का असली मतलब समझ पा रहा हूं।’

गौरतलब है कि फिल्म अभिनेता इरफान खान को कुछ महीने पहले ही पता चला था कि न्यूरोएन्‍डोक्राइन कैंसर है। इस समय लंदन में अभिनेता इरफान खान का इलाज चल रहा है। इरफान खान ने उपरोक्त पत्र द टाइम्स आॅफ इंडिया में लिखा है।