आखिरकार! 17 साल के लंबे इंतजार के बाद 5 जनवरी को रिलीज होगी गुजराती फिल्म धाड

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अहमदाबाद। फिल्मकार परेश नायक निर्देशित गुजराती फिल्म धाड लगभग 17 साल लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को रिलीज होने जा रही है। फिल्म धाड में मुख्य भूमिकाएं के के मेनन, नंदिता दास, सुजाता मेहता, संदीप कुलकर्णी, रघुवीर यादव, समीरा अवस्थी आदि कलाकारों ने निभायी हैं।

जानकारी मुताबिक जयंत खत्री की लिखी कहानी आधारित फिल्म धाड की शूटिंग साल 2000—2003 के दौरान पूरी हुई जबकि फिल्म संपादन का काम 2003 और 2009 के बीच पूरा हुआ।

दरअसल, इस फिल्म को बनाने का विचार साल 1999 में परेश नायक और कीर्ति खत्री के दिमाग में उस समय आया, जब इस युगल ने एक फिल्म फाउंडेशन के अधीन गुजरात के अलग अलग क्षेत्रों के साहित्य पर एक एक फिल्म बनाने का निर्णय लिया। उस परिकल्पना की पहली फिल्म धाड है, जो कच्छ क्षेत्र की जीवन शैली और उनके संघर्ष को दिखाती है।

फिल्म का मुख्य पात्र घेलो भूमि के लिए पानी और अपने लिए संतान चाहता है। इसके लिए घेलो किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

एक दिन अमीर घर में डकैती के दौरान घेलो का सामना जमींदार की गर्भवती बेटी से होता है और वह उसको चुनौती दे देती है। इसके बाद घेलो के जीवन में कुछ नाटकीय और रोमांचक बदलाव आते हैं, जो देखने लायक हैं।

25 लाख रुपये के बजट के साथ शुरू हुई गुजराती कच्छी फिल्म धाड को साल 2001 में आए भूकंप के कारण काफी उतार चढ़ाव देखने को मिले। भूकंप के कारण प्रोजेक्ट पूरी तरह प्रभावित हुआ।

गुजराती कच्छी के साथ ​गुजराती में रिलीज होने जा रही फिल्म धाड के प्रचार के लिए अहमदाबाद पहुंचे निर्देशक परेश नायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘शायद ही किसी फिल्म की निर्माण प्रक्रिया का अंतिम चरण धाड जितना लंबा, पीड़ादायक, चुनौतियों भरा होने के बावजूद भी दिलचस्प और रोमांचक रहा होगा। फिल्म का निर्देशक होने के नाते इस फिल्म में मुझे अगुआ की जिम्मेदारी निभाने को मिली और इस दौरान फिल्म निर्माण से लेकर फिल्म रिलीज तक के अनुभव भी हुए, जो मैं अपनी अगली किताब फिल्म फेरी में दर्ज करने जा रहा हूं।’

फिल्म धाड की रिलीज के बारे में जानकारी देते हुए परेश नायक ने कहा, ‘5 जनवरी 2018 को फिल्म गुजरात के 40 सिनेमा घरों में रिलीज की जाएगी। और 19 जनवरी को मुम्बई में रिलीज करने के बाद फिल्म को भारत के अन्य क्षेत्रों चैन्ने, बैंगलुरू, पुणे, कोलकाता आदि क्षेत्रों में भी रिलीज किया जाएगा।’

पुराने दिनों को याद करते हुए निर्देशक परेश नायक बताते हैं कि फिल्म धाड में काम करने के लिए अभिनेता के के मैनन, रघुवीर यादव और अन्य कलाकारों ने गुजराती कच्छी बोली में बोलने के लिए प्रशिक्षण लिया था।

इस फिल्म में काम करने के लिए के के मैनन को 50,000 मेहनताना देना पक्का हुआ था। लेकिन, आर्थिक दिक्कतों के चलते अभिनेता को केवल 10,000 रुपये ही भुगतान किए गए। हालांकि, इस बात से के के मैनन कभी खफा न नाराज नहीं हुए, क्योंकि निर्देशक और के के मैनन के बीच संबंध अच्छे हैं।

फिल्म धाड को रूपम एंटरटेनमेंट की ओर से रिलीज किया जा रहा है। फिल्म निर्माण में शेमोरू एंटरटेनमेंट का भी अहम योगदान है। फिल्म धाड के साथ प्रचार एजेंसी के रूप में प्रोमोशन्स ​रीडिफाइनड भी जुड़ चुका है।

फिल्म धाड के प्रचार समारोह में गुजराती उपन्यासकार रघुवीर चौधरी भी विशेष तौर पर पहुंचे।