गायन को लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ही है केवल मेरा मूल मंत्र – शिल्पा सरोच

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मुम्बई। सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सिंगर बनीं शिल्पा सरोच, म्यूजिक इंडस्ट्री में अपने फ़िल्मी गीतों के साथ संगीत दिग्गजों के बीच अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं और अपने अगले ट्रैक की रिलीज़ के लिए तैयार है, जो कि आपको आने वाली फिल्म ‘पहाड़गंज’ के टाइटल ट्रैक के रूप में सुनने को मिलेगा।

अपने नए प्रोजेक्ट के बारे में आगे बताते हुए शिल्पा सरोच ने कहा, “मैंने ‘पहाड़गंज’ के टाइटल ट्रैक में रैप किया है” जोकि मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। लेकिन फिल्म के संगीतकार अजय सिंहा ने मेरी इसमे काफ़ी मदद की और मेरा मार्गदर्शन किया। ”

“इसके अलावा, मैं इस प्रोजेक्ट को लेकर इसलिये भी बेहद उत्साहित हूँ क्योंकि इस फिल्म में मोहित चौहान ने भी एक रोमांटिक गाना गाया है, साथ ही हम दोनों ही हिमाचल प्रदेश से हैं! शिल्पा सरोच को ‘ऐ अजनबी’ के लिए इंडियन विकीमीडिया के सर्वश्रेष्ठ गायक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

संगीत जगत में अपनी अलग जगह बनाने को उत्सुक शिल्पा सरोच के पास अभी तक तो सफलता के लिए कोई मंत्र नहीं है। लेकिन वे कहती हैं “मेरा जुनून और संगीत के लिए प्यार ही मेरे सभी निर्णय लेता है – जिसमें एक प्लैनिन्ग का होना जरूरी होता है, जो कभी-कभी काम करता है और कभी-कभी नहीं भी करता है। लेकिन मेरे लगातार कोशिश करते रहने के कारण मैं हमेशा खुश और संतुष्ट होकर घर जाती हूँ।

“मैं एक इंजीनियर हूँ और अपनी शिक्षा के आधार पर, मैं बहुत प्रयोग करती हूँ। शायद मेरे गैर-फिल्मी बैकग्राउन्ड के कारण मैं औपचारिक रूप से प्रशिक्षित नहीं हूँ। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है और इसलिए, मैं वही करने की कोशिश करती हूँ। जो मेरे दिल को पसंद है।”

यदि वेब सीरीज या फिल्मों के लिए गाने के बीच उन्हें विकल्प दिया जाता है, तो शिल्पा कहती हैं कि वह केवल अपना बेस्ट देने पर ध्यान देती हैं चाहे वह बॉलीवुड हो या वेब सीरीज। उनका गीत कहानी को पूरा करने के साथ उसे असरदार बनाने पर जोर देता है।

अंत में शिल्पा ने कहा – मैं इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकती कि प्रसारण के ऐसे विभिन्न माध्यम हैं, जिससे सब कुछ बदल जाता है। भले ही दोनों में दर्शक लगभग समान होता है लेकिन फिल्मों के लिए गीत गाना हमेशा जीवन के अनुभवों से भी बड़ा होता है। अन्तिम में शिल्पा सरोच ने कहा कि, वेब सीरीज एक गायक को गायन का मौका देती है, और इसके अधिक समय तक परदे पर चलने के कारण इसकी मदद से दर्शकों से जुड़ने में भी आसानी होती है।