नरेंद्र मोदी के जीवन को पर्दे पर उतारेगी फिल्म हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु, फिक्शन के साथ!

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अहमदाबाद। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से प्रेरित गुजराती फिल्म ‘हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु’ बनकर तैयार हो चुकी है, जो नरेंद्र मोदी के किशोर जीवन के कुछ अनछूए पहलुओं को भी छूने का प्रयत्न करेगी।

फिल्म निर्माता पवन पोद्दार और तान्या शर्मा द्वारा निर्मित फिल्म ‘हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु’ का टीजर और पहला विशेष गीत नमो नमो गुरूवार को स्थानीय अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन परिसर में रिलीज किया गया।

​अगले महीने रिलीज होने जा रही गुजराती फिल्म हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु में अहम भूमिकाएं बाल कलाकार करण पटेल, फिल्म अभिनेता ओमकार दास मानिकपुरी, अंशा सैय्यद और हिरल पटेल आदि कलाकारों ने निभाई हैं।

इस मौके पर फिल्म निर्देशक अनिल नारायणी ने फिल्मी कैफे से विशेष बातचीत के दौरान फिल्म हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु के बारे में काफी रोचक खुलासे किए हैं।

एक सवाल के जवाब में अनिल नारायणी कहते हैं, ‘इस फिल्म को बनाने का विचार नरेंद्र मोदी जी से ही आया। मैंने साल 2015 के अंत में इस फिल्म पर काम करना शुरू किया था। फिल्म की पटकथा तैयार करने में लगभग डेढ़ साल जितना समय लगा। इसके बाद साल 2017 की दूसरी तिमाही में हमने फिल्म की शूटिंग शुरू की।’

​फिल्म के टीजर में शामिल एक रेड लाइट एरिया सीन के बारे में किए सवाल पर फिल्मकार अनिल नारायणी कहते हैं, ‘इसमें रेड लाइट इलाके का केवल एक ही सीन है और वह सीन भी काफी मर्मस्पर्शी है। दरअसल, मुख्य किरदार के दोस्त उसको कहते हैं कि एक ऐसी जगह भी है, जहां रात को चाय बेची जा सकती है। यह कंफ्यूजन से जन्मा है, फिल्म देखने पर बेहतर तरीके से समझ आएगा।’

क्या हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु भी आई एम कलाम जैसी फिल्म है? इसके जवाब में अनिल नारायणी कहते हैं, ‘बिलकुल नहीं, इस फिल्म में हमने नरेंद्र मोदी की 14 साल तक की उम्र, उसकी स्कूल लाइफ और फ्रेंड सर्किल को कवर किया है। यह कहानी 14 साल की उम्र तक की सीमित है। हम दूसरे हिस्से में इसको बड़ा भी करेंगे और प्रधान मंत्री भी बनाएंगे। उसका टाइटल हु नरेंद्र मोदी भी पास हो चुका है, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि यह नरेंद्र मोदी ही है।’

प्रेस रिलीज में नरेंद्र मोदी के साथ साथ सरदार पटेल का भी जिक्र किया गया है, कोई स्पेशल कनेक्शन? ‘हमारा किरदार नरेंद्र मोदी से प्रेरित है और नरेंद्र मोदी वल्लभभाई पटेल से प्रेरित थे। आप ने सुना है या नहीं, पता नहीं, लेकिन, मुझे मेरी सर्च से यह पता चला था कि नरेंद्र मोदी की माता जी नरेंद्र मोदी को बचपन में सरदार पटेल की कहानियां सुनाती थी। और इन कहानियों से प्रेरित नरेंद्र मोदी बड़े होकर नेता या अभिनेता बनना चाहते थे।’

आपकी खोज मीडिया में प्रचारित जानकारियों तक सीमित थी या आपने तथ्यों को जानने के लिए जमीनी स्तर पर भी काम किया?, ‘बिलकुल, हमने जमीनी स्तर पर काम किया। मैं बहुत सारे लोगों से मिला। शायद, बहुत कम लोग जानते हैं कि नरेंद्र मोदी ने युवा अवस्था में रंगमंच भी ज्वॉइन किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने रंगमंच छोड़ दिया था।’

आपके पास इतने सारे तथ्य हैं, तो आपने बायोपिक बनाने की कोशिश क्यों नहीं की? ‘बायोपिक में क्या होता है कि एक एक सुझाव और चीज को लिखकर उसके लिए सामने से मंजूरी लेनी पड़ती है। ऐसे में बहुत सारी चीजों को निकालना पड़ता है और कुछ अन्य चीजों को डालना पड़ता है और यह प्रक्रिया काफी लंबी हो जाती है। हमने अपनी फिल्म में तथ्यों के साथ साथ कल्पना का इस्तेमाल भी किया है। आप इसको फिक्शन फिल्म कह सकते हैं। आज कल कोई भी पूरी दस्तावेजी फिल्म देखना पसंद नहीं करेगा, चाहे वो नरेंद्र मोदी जी की हो या किसी अन्य की।’

फिल्म हु नरेंद्र, मोदी बनवा मांगु छु को कब रिलीज करने की तैयारी है? और क्या प्रमाण पत्र मिल चुका है? के जवाब में फिल्मकार बताते हैं, ‘हम 15 दिसंबर 2017 को गुजरात और मुम्बई के साथ राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में फिल्म को रिलीज करने जा रहे हैं। फिल्म की स्क्रीनिंग हो चुकी है और स्वीकृति भी मिल चुकी है। प्रमाण पत्र आने की तैयारी है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।’

सवालकर्ता/कुलवंत हैप्पी