पहलाज निहलानी और सीबीएफसी के खिलाफ एकजुट हुए फिल्म निर्माता निर्देशक

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किसी दूसरे के इशारों पर चलते हैं पहलाज निहलानी : रईस निर्देशक

मुम्बई। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड और अध्यक्ष पहलाज निहलानी के खिलाफ एकजुट हुए फिल्म निर्माता निर्देशक। इंडियन फिल्म और टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने आक्रोश प्रकट करने के लिए आयोजित की प्रेस वार्ता। हाल ही में नवाजुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत फिल्म बाबूमोशाय बंदूकबाज में लगे 48 कटों का मुद्दा रहा अहम।

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इस प्रेस सम्मेलन की मेजबानी अशोक पंडित ने की, जो आईएफटीडीए के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष हैं। फिल्मकार अशोक पंडित ने कहा, ‘मैं यहां पर निर्माता के तौर पर उपस्थित हूं और सीबीएफसी सदस्य के रूप में नहीं। जो भी हुआ, वो काफी निंदनीय है।’

बाबूमोशाय बंदूकबाज फिल्मकार कुशन नंदी ने कहा, ‘पहलाज निहलानी ने हम से कहा, आप किस्मत वाले हो कि आपकी फिल्म प्रतिबंध नहीं की गई।’

कुशन नंदी ने आगे कहा, ‘फिल्म में बेतुके कट मारे गए हैं। सीबीएफसी का व्यवहार बेहद बुरा और असहनीय था। हम फिल्म को वैसे ही रिलीज करेंगे, जैसी है। अगर वैसे फिल्म रिलीज करते हैं, जैसे बोर्ड कह रहा है तो फिल्म का स्वाद मर जाएगा, और कुछ भी नहीं बचेगा।’

बाबूमोशाय बंदूकबाज सह निर्माता किरण श्रॉफ ने कहा, ‘पहलाज निहलानी ने तर्क देते हुए कहा, यदि फिल्म को ए प्रमाण पत्र मिलता है, तो बच्चे भी देखने जा सकते हैं। हमने एफसीएटी को अप्रोच की है।’

लिपस्टिक अंडर माय बुर्का निर्दे​शक अलंकृता ने कहा, ‘लोकतांत्रिक देश में सेंसरशिप के लिए कोई जगह नहीं है, मुझे खुशी है कि हम अपने आप को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने के लिए एक साथ आए हैं।’

​फिल्मकार सुधीर मिश्रा ने कहा, ‘अब एक ठोस कदम उठाने की जरूरत है, केवल फिल्म के लिए नहीं, बल्कि पूरे फिल्म जगत के लिए। मुझे उम्मीद है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय इस मामले में ठोस कार्रवाई करेगा।’

फिल्मकार अनुभव सिन्हा ने कहा, ‘सिनेमेटोग्राफी एक्ट को भी संसद में बदलना होगा।’ राहुल ढोलकिया, जो शाह रुख खान अभिनीत रईस का निर्देशन कर चुके हैं, ने कहा, ‘पहलाज निहलानी किसी ओर के इशारों पर काम कर रहे हैं।’

इस मौके पर संबोधित करते हुए अशोक पंडित ने कहा, ‘किरण श्रॉफ के साथ बोर्ड की निरीक्षण कमेटी के दो सदस्यों ने बुरा व्यवहार किया, जो मामला सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेज​ दिया गया है। श्याम बेनेगल कमेटी की सिफारिशों को जल्दी से जल्दी लागू करवाने के लिए दबाव बनाया जाएगा।’