‘कपूर एंड सन्स’ समय की बेहतरीन फिल्‍म

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Kapoor and sons

भले ही फिल्‍मकार करण जौहर की फिल्‍म प्रोडक्‍शन कंपनी पारिवारिक मूल्‍यों और रिश्तों के ताने बाने पर पहले भी कई फिल्में बना चुकी है लेकिन निर्देशक शकुन बत्रा के निर्देशन में बनी ‘कपूर एंड सन्स’ (सिंस 1921) कुछ हटके है।

यदि कहानी की बात करें तो ‘कपूर एंड सन्स’ फिल्‍म एक ऐसे परिवार की कहानी है, जिसका कोई भी सदस्‍य एक दूसरे पर विश्‍वास नहीं करता है। फिल्‍म की कहानी सेना से रिटायर हो चुके अमरजीत कपूर (ऋषि कपूर) से शुरू होती है, जो अब अपने बेटे विवेक कपूर और बहू सुनीता कपूर के साथ रहता है, क्रमश: रजत कपूर, रत्ना पाठक शाह। अमरजीत कपूर आंखें बंद करने से पहले अपने परिवार के साथ सामूहिक फोटो खिंचवाना चाहता है। अमरजीत के दो पोते हैं राहुल और अर्जुन क्रमश: फवाद खान और सिद्धार्थ मल्होत्रा। कहानी तब आगे बढ़ती है, जब दर्द की बीमारी की ख़बर सुनकर दोनों भाई एक साथ आ जाते हैं। दोनों में छोटी छोटी बातों को लेकर नोक झोंक है। हर फिल्‍म की तरह इसमें भी आपको त्रिकोणी प्रेम कहानी देखने को मिलेगी। दरअसल, कपूर सन्‍स के बीच टीया मलिक यानी कि आलिया भट्ट आ जाती है। टीया मलिक और अर्जुन कपूर की प्रेम कहानी आगे बढ़ रही होती है कि टीया मलिक का दिल राहुल के लिए धड़कने लगता है। टीया मलिक अर्जुन कपूर को अपनाती है या राहुल कपूर को जानने के लिए, अमरजीत कपूर की अंतिम ख्‍वाहिश पूरी किस तरह होती है को जानने के लिए फिल्‍म देखें।

यदि निर्देशन की बात करें तो ‘एक मैं और एक तू’ जैसी बेहतरीन फिल्‍म देने वाले शकुन बत्रा ने बार फिर अपनी निर्देशन कला का जबरदस्‍त नमूना पेश किया है। शकुन बत्रा ने बहुत अधिक सितारे होने के बावजूद भी किसी को कम या ज्‍यादा जगह नहीं दी, जो एक अच्‍छे निर्देशक की खूबी होती है।

अभिनय की बात करें तो ऋषि कपूर अमरजीत के किरदार में पूरी तरह तल्‍लीन नजर आए। हालांकि, उनका मेकअप आपको थोड़ा सा अटपटा लग सकता है। रजत कपूर और रत्ना पाठक ने भी शिकायत का कोई मौका नहीं दिया। फवाद ख़ान और सिद्धार्थ मल्होत्रा भी अपने किरदारों में अच्‍छे लगते हैं। मगर, फवाद ख़ान सिद्धार्थ मल्‍होत्रा पर कहीं कहीं भारी पड़ते नजर आए। आलिया भट्ट की मासूमियत और खूबसूरती फिल्‍म को निखारती है।

फिल्‍म का संगीत तो पहले से हिट है। 90 के दशक में गीत हिट तो फिल्‍म सुपरहिट होती थी। अब भी वो फार्मूला काम कर रहा है, फिल्‍म को देखकर लगता है। फिल्‍म के गीत ‘लड़की ब्यूटीफुल’, ‘बोलना’ और ‘बुद्धु सा मन’ काफी अच्‍छे हैं और कहानी के अनुकूल है।

करण जौहर की प्रोडक्‍शन कंपनी की बेहतरीन प्रस्‍तुति ‘कपूर एंड सन्स’ (सिंस 1921) को हमारी तरफ से साढ़े तीन स्‍टार दिए जाते हैं। हालांकि, च्वॉइस अपनी अपनी।