‘सनम रे’ की फिल्‍म समीक्षा

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‘यारियां’ की सफलता से सुर्खियां बटोर चुकी फिल्‍म निर्देशक दिव्‍य खोसला कुमार की निर्देशित फिल्‍म ‘सनम रे’ सिनेमा घरों तक पहुंच चुकी है। मगर, कितने दिन या सप्‍ताह टिकती है तो यह दर्शकों की पसंद और न पसंद पर निर्भर करता है। दिव्या खोसला कुमार निर्देशित फिल्म ‘सनम रे’ में जहां एक तरफ पुलकित सम्राट, यामी गौतम, उर्वशी रौतेला जैसे युवा सितारे हैं तो वहीं दूसरी ओर ऋषि कपूर और मनोज जोशी जैसे मंझे हुए अभिनेता भी हैं।

इस फिल्‍म की कहानी आकाश (पुलकित सम्राट) के आस पास मंडराती है। जीवन में कुछ बनने की इच्‍छा आकाश से उसका शहर, परिवार एवं बचपन का प्यार श्रुति (यामी गौतम) छीन लेती है। दरअसल, कुछ करने की चाह आकाश को मुंबई ले जाती है। कहानी आगे बढ़ती है तो आकाश को ऑफिस के काम के लिए कनाडा जाना पड़ता है, जहां उसकी मुलाकात मिस पाब्लो (उर्वशी रौतेला) से होती है। जैसे आम तौर पर फिल्‍मों में होता है, दोनों करीब आते हैं एवं प्‍यार पनपने लगता है। कहानी पलटती है। और आकाश श्रुति से टकरा जाता है। इस त्रिकोणी प्रेम कहानी में आकाश के आसमान पर किसके प्‍यार का तारा टिमटिमाता है ? जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

फिल्‍म देखते हुए महसूस होता है कि पटकथा को थोड़ी सी कसावट देकर बेहतर बनाया जा सकता था। फिल्‍म में हद से ज्‍यादा फ्लैश बैक डाले गए हैं, जो कहीं न कहीं खटकते हैं। इस तरह के विषयों पर बहुत सारी फिल्‍में पहले ही बन चुकी हैं। यदि सुंदर स्‍थलों पर ध्‍यान देने की बजाय दिव्या खोसला कुमार ने पटकथा की कड़ियों को सही तरीके से जोड़ने का प्रयास किया होता तो फिल्‍म शानदार बन सकती थी।

यदि अभिनय की बात की जाए तो पुलकित सम्राट एवं यामी गौतम की जोड़ी बड़े पर्दे पर अच्‍छी लगती है। दोनों का अभिनय सामान्‍य था। मेहनत करने की जरूरत रहेगी। भारती सिंह अपने किरदार के साथ पूरी तरह घुलमिल नहीं पाई। ऋषि कपूर एवं मनोज जोशी तो मंझे हुए अभिनेता हैं। उर्वशी को अभी और मेहनत करने की जरूरत रहेगी।

यदि आप सुंदर जगहों पर किसी को प्रेम के झूले झूलते हुए देखना पसंद करते हैं या फिर यामी गौतम एवं पुलकित सम्राट की रोमांटिक जोड़ी को बड़े पर्दे पर रोमांस करते हुए देखना चाहते हैं तो फिल्‍म देखने के लिए जा सकते हैं। जो दर्शक प्रेम कहानी में कुछ नया देखने जा रहे हैं तो निराश हो सकते हैं।

#FilmiKafe समीक्षक इस फिल्‍म को 1.5 से 2 स्‍टार देते हैं। यह #FilmiKafe की निजी राय है, जो सभी पर लागू नहीं होती है।